MSP Guarantee : किसानों के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी होगा एमएसपी से फायदा: प्रो. कामारेडी
MSP Guarantee :किसानों के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को भी होगा एमएसपी से फायदा: प्रो. कामारेडी
आंध्र प्रदेश के हिंदूपुर में किसान संगठनों की हुई मीटिंग: एसकेएम (गैर राजनीतिक)
khet khajana : सिरसा। सिरसा से बीकेई अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने जानकारी देते हुए बताया कि एसकेएम (गैर-राजनीतिक) ने आंध्र प्रदेश के हिंदूपुर में किसान संगठनों व किसानों के साथ मीटिंग की, जिसमें कर्नाटक से किसान नेता कुरबरू शांताकुमार, पंजाब से जगजीत सिंह डल्लेवाल, सुखजीत सिंह, हरियाणा से अभिमन्यु कोहड़, लखविंदर सिंह औलख, जफर खान, तमिलनाडु से पीआर पांडियन, आंध्रप्रदेश से उमर फारूक खान, पलविंदर सिंह, महेंद्रजीत सिंह, वेंकटेश राम रेड्डी, सतपाल सिंह, भगवान सिंह मौजूद रहे। किसान नेता जगजीत सिंह डलेवाल ने कहा कि पूरे देश के किसानों को एक होकर अपने हकों के लिए संघर्ष करना होगा। किसान आंदोलन-2 को मजबूती देने के लिए मोर्चे द्वारा दिए गए सभी प्रोग्रामों को आंध्रप्रदेश में भी किसानों द्वारा एकजुटता से किया जाए।
डलेवाल ने कहा कल बेंगलुरु में कर्नाटक एग्रीकल्चर प्राइस कमीशन के पूर्व चैयरमैन व कृषि की गहरी समझ रखने वाले प्रोफेसर प्रकाश कामारेडी से संयुक्त किसान मोर्चा गैर-राजनीतिक के प्रतिनिधि मंडल की एमएसपी गारंटी कानून के विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने हमें आंकड़ों के साथ काफी नई जानकारी दी। प्रोफेसर कामारेडी ने एमएसपी गारंटी कानून बनाने का रोडमैप भी विस्तार से प्रस्तुत किया। उनका स्पष्ट मानना है कि यदि सरकार में इच्छाशक्ति हो तो एमएसपी गारंटी कानून बनाया जा सकता है, जिसका फायदा किसानों के साथ-साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को होगा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून के लिए हमारा धरना 13 फरवरी से 4 जगहों पर चल रहा है और हजारों किसान 136 दिनों से अधिक समय से सडक़ों पर डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह धरना जब तक केंद्र सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं कर देती, तब तक जारी रहेगा। अगर बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने अपनी किसान विरोधी नीतियों को नहीं बदला तो किसानों के विरोध का सामना करना होगा।
आगामी विधानसभा चुनाव में हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड समेत सभी राज्यों में किसानों का बीजेपी के प्रति गुस्सा है। कुरबरू शांताकुमार ने कहा कि 8 जुलाई को एसकेएम (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा 240 बीजेपी सांसदों के अलावा सभी सांसदों को अपनी 12 मांगों को लेकर ज्ञापन देंगे। उन्होंने कहा कि जुलाई माह में दोनों मोर्चों द्वारा दिल्ली में किसान कन्वेंशन की जाएगी। लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि एसकेएम (गैर-राजनीतिक) सितंबर में हरियाणा में एक किसान रैली का आयोजन कर रहा है, जिसमें सभी राज्यों के 1 लाख से अधिक किसान भाग लेंगे।
उमर फारूक खान ने एसकेएम गैर राजनीतिक के सभी किसान नेताओं का धन्यवाद किया व आश्वासन दिया कि वह चल रहे किसान आंदोलन-2 में आंध्र प्रदेश को भी लामबंद करेंगे जल्द ही वह आंध्र प्रदेश की किसानों को लेकर मोर्चे पर भी जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक व किसान मजदूर मोर्चा द्वारा दिए जाने वाले सभी प्रोग्रामों को वह आंध्र प्रदेश में भी करेंगे।